महाशय धर्मपाल
ये बड़ी ख़ुशी की बात है की वर्षों पूर्व एम.डी.एच इंटरनेशनल स्कूल के रूप में जो मैंने एक छोटा-सा पौधा लगाया था, वह आज विशाल वटवृक्ष का रूप लेकर लहलहा रहा है। एक शिक्षित और संस्कारी समाज की स्थापना के जिस मकसद से मैंने इस विद्यालय की बुनियाद रखी थी, उस मकसद को आज तेज़ी से अपनी मंज़िल की ओर बढ़ते देख मेरा ह्रदय गद्गद हो उठता है। लेकिन इसके लिए सबसे पहले मैं आप सभी अभिभावकों को ही बधाई देना चाहूँगा क्यूँकी यह सब कुछ आपकी मदद और हम सब के ऊपर भरपूर भरोसे की वजह से ही मुमकिन हो पाया है।
एम.डी.एच इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों के रूप में एक तरह से आपकी भावी पीढ़ी को सँवारने की दिशा में प्रबुद्ध टीचिंग स्टाफ सहित पूरा मैनेजमेंट तहेदिल से जुटा हुआ है और खुद मैं भी इस पावन कार्य को अपनी निगरानी में बख़ूबी पूरा कराने की कोशिश करता हूँ। लेकिन हमारी यह कोशिश तभी कामयाब हो सकती है, जब आप खुद भी अपने बच्चों की बेहतर रूप से परवरिश करें, उन्हें सादगी, ईमानदारी, विनम्रता, मानवता और कड़ी मेहनत की अनमोल कीमत से वाकिफ़ कराएँ। यदि आपकी तरफ से हमें यह मदद मिल जाती है, तो यकीन मानिए, आपके बच्चे न सिर्फ़ आपका और हम सबका, बल्कि अपने प्रांत और देश का भी नाम रोशन करेंगे, सारी दुनिया को सही राह दिखाएँगे।
आखिर में मैं परमात्मा से यही प्रार्थना करना चाहूँगा की हमारा स्कूल हर दिन उन्नति की नयी मिसाल क़ायम करे और हमारे बच्चे काबिल और कामयाब बनें, ताकि हम सबके सपने पूरी तरह साकार हो सकें।
धन्यवाद !
महाशय धर्मपाल
चेयरमैन
एम.डी.एच
संस्थापक व संरक्षक
एम.डी.एच इंटरनेशनल स्कूल